अर्का किरण अमरुद की खेती Aumrood ki kheti

अर्का किरण अमरुद की खेती से क्रांति कुमार ने रचा इतिहास: 7 लाख रुपये की कमाई

अर्का किरण अमरुद की खेती से क्रांति कुमार ने रचा इतिहास: अर्का किरण अमरूद की खेती भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (IIHR), बेंगलुरु द्वारा विकसित एक उन्नत किस्म है, जो अपनी उच्च गुणवत्ता और बेहतर उत्पादन के कारण काफी लोकप्रिय हो रही है। अमरूद अपने पौष्टिक गुणों और स्वाद के लिए हर उम्र के लोगों का पसंदीदा फल है, और यह किस्म इस लोकप्रियता को और भी बढ़ा रही है। आज हम एक ऐसे किसान की कहानी साझा कर रहे हैं, जिसने अर्का किरण अमरूद की खेती करके लाखों रुपये कमाए। उनकी सफलता ने अन्य किसानों को भी इस किस्म की खेती के लिए प्रेरित किया है, जिससे कृषि में नए अवसर उभर रहे हैं।

अमरूद की शानदार उपज देने वाली किस्म

UP के प्रकाशम जिले के किसान क्रांति कुमार ने अपने खेत में अमरूद की F1 हाइब्रिड किस्म की खेती कर इतिहास रच दिया। यह किस्म समय से पहले फल देती है और इसके फल गोल, मध्यम आकार के और गहरे लाल रंग के होते हैं। इसमें प्रति 100 ग्राम फल में 7.14 मिलीग्राम लाइकोपीन की मात्रा पाई जाती है।

B.Tech ड्रॉपआउट कुमार इसुका दारसी गांव में फलों की खेती कर रहे हैं। अमरूद की इस विशेष किस्म की खेती के बारे में अधिक जानकारी और ट्रेनिंग के लिए उन्हें बेंगलुरु स्थित ICAR का दौरा करना पड़ा।

इसके अलावा, ICAR-IIHR के लाइसेंसधारी, मेसर्स ब्लूम इरिगेशन सिस्टम्स, प्राइवेट लिमिटेड, विजयवाड़ा के कृष्णैया से उन्होंने फल की खेती के लिए आवश्यक उपकरण भी खरीदे।

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कितने एकड़ में करते है खेती?

सितंबर 2020 में, उन्होंने पांच एकड़ जमीन पर पौधे लगाए और फरवरी 2021 में 2×1 मीटर की दूरी पर पांच एकड़ क्षेत्र में अल्ट्रा हाई डेंसिटी मेडो ऑर्चर्ड विधि का उपयोग कर अर्का किरण अमरूद उगाना शुरू किया। इस विधि से वे जल्द से जल्द अपनी निवेश लागत वापस पाने में सक्षम हुए।

कुमार ने आईसीएआर-आईआईएचआर के निर्देशों का पालन करते हुए अपने खेत में ऑर्गेनिक उर्वरक जैसे वनस्पति, पंचकाव्य, दशकाव्य, गोबर का घोल, जीवामूर्त, और अग्निस्त्र तैयार किए। अमरूद की फसल को बेहतर तरीके से उगाने के लिए बीमारियों और कीटों पर नियंत्रण करना भी आवश्यक था, और इसके लिए वे इन उर्वरकों का पत्तियों पर पोषण के रूप में छिड़काव करते थे।

अर्का किरण अमरुद की खेती Aumrood ki kheti

अर्का किरण अमरुद की खेती से कितनी कमाई हुई?

पहले वर्ष में 7 टन और दूसरे वर्ष में 20 टन उपज का अनुमान था। उन्होंने लगातार 35,000 रुपये प्रति टन के हिसाब से बाजार में अपनी उपज बेची।

इसके साथ ही, वे 300 लीटर फलों का रस 15 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचने में भी सफल रहे। अर्का किरण की बेहतरीन गुणवत्ता, स्वाद और बाजार में उचित कीमत से उन्हें शुद्ध मुनाफा हुआ, जिससे वे बेहद संतुष्ट थे।

पहले साल में उन्होंने 2.45 लाख रुपये कमाए, और दूसरे साल 3 लाख रुपये प्रति एकड़ के निवेश पर कुल 7 लाख रुपये का मुनाफा हुआ। फलों की बिक्री के अलावा, फलों के रस से उन्हें पहले साल 18 हजार रुपये की अतिरिक्त आय भी हुई, जिससे उनकी कुल आय 2,45,000 से बढ़कर 2,63,000 रुपये हो गई।

निष्कर्ष

अर्का किरण अमरूद की खेती (amrood ki kheti) से क्रांति कुमार ने एक नई मिसाल कायम की है। भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (IIHR), बेंगलुरु द्वारा विकसित इस उन्नत किस्म ने न केवल उच्च गुणवत्ता और बेहतर उत्पादन के कारण लोकप्रियता प्राप्त की, बल्कि किसान की मेहनत और समर्पण से लाखों रुपये का मुनाफा भी दिलाया।

UP के प्रकाशम जिले के किसान क्रांति कुमार ने अपनी खेतों में अमरूद की F1 हाइब्रिड किस्म की खेती करके सफलता की नई ऊँचाइयों को छुआ। उनकी कृषि रणनीतियों, जैसे अल्ट्रा हाई डेंसिटी मेडो ऑर्चर्ड विधि और ऑर्गेनिक उर्वरकों का उपयोग, ने उन्हें उच्च गुणवत्ता की फसल और बेहतर मुनाफा दिलाया।

पहले वर्ष में 2.45 लाख रुपये की कमाई और दूसरे वर्ष में 7 लाख रुपये का मुनाफा दर्शाता है कि सही किस्म और पद्धतियों से कृषि में बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। फलों और फलों के रस की बिक्री से प्राप्त अतिरिक्त आय ने उनकी कुल आय को भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ाया है।

क्रांति कुमार की इस सफलता की कहानी अन्य किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो अपने कृषि व्यवसाय में नवाचार और सही तकनीकों को अपनाकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

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